पंचांग के अनुसार 28 अक्टूबर, गुरुवार को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है. इस दिन चंद्रमा कर्क राशि में विराजमान है और पुष्य नक्षत्र है. पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना गया है. मान्यता है कि इस नक्षत्र की पूजा देवता भी करते हैं. पुष्य नक्षत्र जब गुरुवार के दिन पड़ता है तो इसे गुरु पुष्य नक्षत्र कहा जाता है.
शनि और गुरु का मकर राशि में गोचर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि और गुरु विशाल ग्रह है. शनि जहां न्याय के कारक हैं, वहीं गुरु को देवताओं का गुरु माना या है और विवाह, शुभ कार्य, प्रोपर्टी, उच्च पद, बड़े व्यापार, उच्च शिक्षा आदि का कारक माना गया है. विशेष बात ये है 28 अक्टूबर को 677 साल बाद मकर राशि में गुरु और शनि की युति देखने को मिल रही है. पंचांग के अनुसार इससे पहले ऐसी स्थिति 5 नवंबर 1344 को देखने को मिली थी. इस दिन खरीदारी करना अच्छा माना जा रहा है.
दिवाली तक बन रहे हैं कई शुभ योग
पंचांग के अनुसार 29 अक्टूबर को शुभ योग का निर्माण हो रहा है. इसमें धातु आदि से जुड़ी चीजों की खरीदारी कर सकते हैं. 30 अक्टूबर को शुक्ल योग बन रहा है. इसमें लकड़ी से जुड़ी वस्तुएं खरीद सकते हैं. 31 अक्टूबर को ब्रह्म योग का निर्माण हो रहा है. इसमे कम्प्यूटर, मशीन, गैजेट्स आदि ले सकते हैं. 1 नवंबर को इंद्र योग बना हुआ है. इसमें टीवी, पंखा आदि खरीद सकते हैं. 2 नवंबर को त्रिपुष्कर योग रहेगा. इसमें भी कार, बाइक आदि खरीद सकते हैं. 3 नवंबर को सर्वार्थसिद्धि योग है, इसमें वर्तन, घर को सुदंर बनाने की चीजों को खरीद सकते हैं. 4 नवंबर को दिवाली है. इसदिन तुला राशि में चार ग्रहों की युति रहेगी. इस दिन प्रीति योग बना हुआ है. इस दिन गोल्ड, भूमि, भवन आदि ले सकते हैं.
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