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इंटरनेशनल यात्रियों के लिए कोरोना एडवाइजरी जारी, यात्रियों का रैंडम टेस्ट भी किया जाएगा

कोरोना एडवाइजरी

देश और दुनिया में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार एक्टिव मोड में आ गई है। इसी के तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागर विमानन मंत्रालय को पत्र लिख कर इंटरनेशनल यात्रियों के लिए कोरोना एडवाइजरी जारी कर दी है। एडवाइजरी के अनुसार विदेश से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर पहले थर्मल स्कैनिंग, रैंडम टेस्टिंग करानी होगी। इसके बाद अगर कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो आइसोलेट होना पड़ेगा।

यात्रियों का रैंडम टेस्ट

एडवाइजरी में कहा गया है कि एयरपोर्ट पर उन संदिग्ध यात्रियों का कोरोना टेस्ट होगा, जिनमें कोई लक्षण दिखाई देते हैं। इसके अलावा कुल यात्रियों में से करीब 2 प्रतिशत यात्रियों का रैंडम टेस्ट भी किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक पत्र में कहा गया कि प्रत्येक उड़ान में कुल यात्रियों के दो प्रतिशत तक को आगमन के बाद हवाई अड्डे पर रैंडम परीक्षण से गुजरना होगा। प्रत्येक उड़ान में ऐसे यात्रियों का चयन संबंधित एयरलाइंस द्वारा किया जाएगा।

एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा

एडवाइजरी के अनुसार इंटरनेशनल यात्रियों को एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। जब वे एयरपोर्ट पर अंदर प्रवेश करेंगे तो उनका हेल्थ अफसर थर्मल स्क्रीनिंग करेंगे। इस दौरान अगर लक्षण पाए गए तो उन्हें टेस्ट और ट्रीटमेंट दिया जाएगा। ऐसे यात्रियों को आइसोलेट किया जाएगा। वहीं एडवाइजरी में कहा गया है कि सभी इंटरनेशनल यात्रियों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।

एडवाएजरी की अहम बातें

  • इंटरनेशनल यात्रियों में 2 फीसदी का रैंडम कोरोना टेस्ट होगा।
  • संबंधित एयरलाइंस ही रैंडम टेस्टिंग के लिए यात्रियों को चुनेंगी। इसमें ज्यादातर उन यात्रियों को शामिल किया जाएगा, जो अलग-अलग देशों से यात्रा कर लौटे हैं।
  • उनका सैंपल लेने के बाद एयरपोर्ट से बाहर जाने दिया जाएगा।
  • टेस्टिंग के दौरान अगर यात्री कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा।
  • कोरोना पॉजिटिव यात्रियों को प्रोटोकॉल के तहत आइसोलेटेड किया जाएगा।
  • हालांकि, रेंडम टेस्टिंग से 12 साल से कम उम्र के बच्चों को छूट दी गई है।
  • एडवाइजरी में सभी यात्रियों से खुद की देखभाल करने की हिदायत दी गई है। साथ ही कोरोना का लक्षण पाए जाने पर उसकी रिपोर्ट नेशनल हेल्पलाइन नंबर 1075 पर करने को कहा गया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नागरिक उड्डयन मंत्रालय को लिखी चिट्ठी में कहा गया था कि इंटरनेशनल उड़ानों से आने वाले यात्रियों में से 2 फीसदी का 24-12-2022 से रैंडम कोरोना टेस्ट किया जाएगा। एयरलाइंस कंपनी तय करेगी कि किन यात्रियों का कोरोना टेस्ट होगा। अलग-अलग देशों से यात्रा करने वाले यात्रियों को भी टेस्टिंग में शामिल किया जाएगा। एडवाइजरी के मुताबिक, इन यात्रियों का सैंपल लेकर उन्हें जाने दिया जाएगा। चिट्ठी में कहा गया कि रैंडम टेस्ट के बाद अगर कोई यात्री कोविड संक्रमित पाया जाता है तो सैंपल को जीनोमिक टेस्ट के लिए भेजा जाना चाहिए।

संबंधित एयरलाइंस रैंडम टेस्ट के लिए अपने यात्रियों का चयन करेंगी

एडवाइजरी में कहा गया है कि इंटरनेशनल यात्रियों में से 2 प्रतिशत का रैंडम कोरोना टेस्ट होगा। संबंधित एयरलाइंस रैंडम टेस्ट के लिए अपने यात्रियों का चयन करेंगी। सैंपल देने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर जाने दिया जाएगा। यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। पॉजिटिव यात्रियों को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत आइसोलेट किया जाएगा। सभी यात्रियों को खुद देखभाल करनी चाहिए। साथ ही लक्षण होने पर इसकी रिपोर्ट करनी चाहिए।

 

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