Close

सीमा हैदर मामला : पाक खुफिया एजेंसियों ने तोड़ी चुप्पी, दिया हैरानीभरा जवाब

इस्लामाबाद।सीमा हैदर मामले में आखिर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने चुप्पी तोड़ते हुए अपने जवाब से सबको हैरान कर दिया है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों ने सरकार को सूचित किया है कि प्यार ही वह “एकमात्र” कारक है जिसके कारण चार बच्चों की मां एक हिंदू व्यक्ति के साथ रहने के लिए भारत में घुस गई। सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। भारतीय युवक से पाकिस्तानी महिला की दोस्ती एक ऑनलाइन खेल मंच के माध्यम से हुई थी।

सिंध प्रांत के कराची की सीमा गुलाम हैदर और भारत में रहने वाले सचिन मीणा 2019 में पबजी खेलते समय संपर्क में आए थे। उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार, 30 वर्षीय सीमा और 22 वर्षीय सचिन दिल्ली के पास ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में रहते हैं, जहां सचिन किराने की दुकान चलाता है। स्थानीय उर्दू दैनिक ‘जंग’ ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट के हवाले से कहा, “पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर ने केवल प्यार के कारण एक भारतीय व्यक्ति (सचिन मीणा) से शादी करने के लिए देश छोड़ा, क्योंकि अभी तक कोई अन्य कारण/मकसद सामने नहीं आया है।” खबर में कहा गया, “पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार, देश छोड़ने की वजह हिंदू भारतीय व्यक्ति से ‘प्यार’ के अलावा कोई और नजर नहीं आता। रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई है।”

सीमा को सात साल से कम उम्र के अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते बिना वीजा के अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में चार जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। सचिन को अवैध अप्रवासियों को शरण देने के लिए सलाखों के पीछे डाल दिया गया था। बाद में दोनों को जेल से रिहा कर दिया गया। अपने मदरसे का इस्तेमाल हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण कराने और यहां तक कि डाकू बनाने में करने के लिए कुख्यात ग्रामीण सिंध के धार्मिक नेता मियां मिट्ठू ने खुले तौर पर सीमा को वापस लौटने पर दंडित करने की धमकी दी है। उनके समर्थकों ने सीमा के गांव में हिंदू पूजा स्थलों पर हमला करने की भी धमकी दी है। रविवार को सिंध में राधा स्वामी दरबार मंदिर पर हमले की खबरें आईं। ‘जैकबाबाद जनरल हिंदू पंचायत’ के अध्यक्ष लालचंद सीतलानी और अन्य पदाधिकारियों ने हमले की निंदा की है।

इस बीच, पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने काशमोर और घोटकी में “30 हिंदुओं के अपहरण की रिपोर्ट” पर चिंता व्यक्त की है। आयोग ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, “एचआरसीपी काशमोर और घोटकी में बिगड़ती कानून व्यवस्था की खबरों से चिंतित है, जहां महिलाओं और बच्चों सहित हिंदू समुदाय के लगभग 30 सदस्यों को संगठित अपराध गिरोहों द्वारा बंधक बना लिया गया है।” एचआरसीपी ने कहा, “इसके अलावा, हमें परेशान करने वाली खबरें मिली हैं कि इन गिरोहों ने उच्च श्रेणी के हथियारों का उपयोग करके समुदाय के पूजा स्थलों पर हमला करने की धमकी दी है। सिंध गृह विभाग को तुरंत इस मामले की जांच करनी चाहिए और इन क्षेत्रों में सभी संवेदनशील नागरिकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए।”

scroll to top