आज देश में छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए सुबह से मतदान जारी है। इन उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी और क्षेत्रीय दलों के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। यह मतदान बिहार के मोकामा और गोपालगंज, महाराष्ट्र के अंधेरी, हरियाणा के आदमपुर, तेलंगाना के मुनूगोड़े, उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ और ओडिशा के धामनगर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए हो रहा है।
प्राधिकारियों ने मतदान के लिए व्यापक प्रबंध किए
इन क्षेत्रों के उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी के पास तीन, कांग्रेस के पास दो और शिवसेना एवं राष्ट्रीय जनता दल के पास एक-एक सीट थी। बिहार में उपचुनाव के लिए भाजपा और राजद के बीच मुकाबला है। हरियाणा में भाजपा के सामने कांग्रेस, इनेलो और आम आदमी पार्टी की मुख्य चुनौती हैं। भाजपा का मुकाबला तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और ओडिशा में बीजू जनता दल के साथ है। इन उपुचनाव के नतीजों से विधानसभाओं में राजनीतिक दलों की स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन उन्होंने इसे हल्के में नहीं लिया है और आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार किया है। मतों की गिनती 6 नवंबर को होगी।
भाजपा उत्तर प्रदेश में गोला गोकर्णनाथ सीट पर अपना कब्जा कायम रखने की कोशिश कर रही है, जबकि उसने बीजू जनता दल (बीजद) शासित ओडिशा में मौजूदा विधायक के निधन से खाली हुई धामनगर सीट पर सहानुभूति का लाभ उठाने के लिए दिवंगत विधायक के बेटे को उम्मीदवार बनाया है। तेलंगाना की मुनूगोड़े सीट पर भाजपा और राज्य में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति ने आक्रामक तरीके से प्रचार किया है।
मतदान केंद्रों पर ‘‘वेबकास्ट’’
यह सीट कांग्रेस विधायक द्वारा त्यागपत्र देने से खाली हुई थी और अब वह भाजपा के टिकट पर दोबारा चुनाव मैदान में हैं। अधिकारियों ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने बृहद पैमाने पर मतदान की तैयारी की है, जिसके तहत राज्य पुलिस के 3,366 जवानों की तैनाती के अलावा मुनूगोड़े में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनी को तैनात किया गया है। सभी मतदान केंद्रों पर ‘‘वेबकास्ट’’ की व्यवस्था की गई है।
हरियाणा की आदमपुर सीट पर उपचुनाव पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफे की वजह से अनिवार्य हो गया था। कुलदीप ने इस साल अगस्त में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। बिश्नोई के बेटे भव्य इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे हैं। आदमपुर सीट 1968 से भजनलाल परिवार के पास रही है और दिवंगत मुख्यमंत्री ने नौ बार, उनकी पत्नी जस्मा देवी ने एक बार एवं कुलदीप ने चार बार इसका प्रतिनिधित्व किया है। इस उपचुनाव में कांग्रेस, इंडियन नेशनल लोकदल और आम आदमी पार्टी ने भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
भाजपा पहली बार मोकामा सीट से चुनाव लड़ रही है
बिहार विधानसभा की दो सीटों-मोकामा और गोपालगंज पर राज्य में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। मोकामा सीट पर पहले राजद का और गोपालगंज पर भाजपा का कब्जा था। भाजपा पहली बार मोकामा सीट से चुनाव लड़ रही है, पूर्व के चुनाव में वह इस सीट को अपने सहयोगियों के लिए छोड़ती थी। भाजपा और राजद दोनों ने ही इस सीट पर बाहुबलियों की पत्नी को उम्मीदवार बनाया है।
मोकामा में भाजपा ने सोनम देवी को मैदान में उतारा है, जो एक स्थानीय बाहुबली ललन सिंह की पत्नी हैं और अनंत सिंह का विरोध करती रही हैं। वहीं, राजद ने इस सीट से अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को उम्मीदवार बनाया है। मोकामा में उपचुनाव राजद विधायक अनंत कुमार सिंह को अयोग्य ठहराए जाने के कारण कराया जा रहा है।
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