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तनाव और चिंता हैं दिमागी समस्याएं, दूर करने में ये ड्रिंक्स और फूड्स हो सकते हैं प्रभावी, जानिए कैसे

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी, कारोबार, आर्थिक दबाव के चलते ज्यादातर लोग तनावग्रस्त हो गए हैं. बहुत ज्यादा तनाव भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक समस्याओं जैसे ध्यान की कमी, खराब पाचन, चिंता, हाई ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी के लिए दरवाजा खोल सकता है.

आम तौर पर लोग तनाव की स्थिति को शुरुआती चरण में या तो नजरअंदाज कर देते हैं या अक्सर उस वक्त इलाज शुरू करते हैं जब स्थिति खराब और बेकाबू हो जाती है. लेकिन उन्हें याद नहीं रहता है कि दिमाग पेचीदा अंग है. फूड के जरिए हासिल किए जानेवाले सूक्ष्म पोषक और पोषण पर दिमाग कार्य करता है. इसलिए चिंता और तनाव कम करनेवाले फूड का सेवन करना चाहिए.

अंडे विटामिन, मिनरल, एंटी ऑक्सीडेंट्स और खास तौर से कोलीन से भरपूर होते हैं. ये दिमाग के स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभाता है और तनाव के खिलाफ सुरक्षा कर सकता है.

ग्रीन टी में कैफीन की कम मात्रा के साथ एक अहम एमिनो एसिड नामक थेनाइन होता है. ये न सिर्फ कैंसर से बचाने में मदद करता है बल्कि दिमाग के स्वास्थ्य को भी बढ़ाता है. हर दिन दो कप ग्रीन टी का सेवन तनाव और चिंता की स्थिति से राहत दिला सकता है.

जटिल कार्बोहाइड्रेट्स जैसे साबुत अनाज में विटामिन, मिनरल और फाइबर के अलावा सेरोटोनिन पाया जाता है. सेरोटोनिन हार्मोन की पहचान मूड ठीक करने और तनाव कम करने के तौर पर होती है. सेरोटोनिन केमिकल व्यक्ति के मिजाज को शांत और प्रसन्न रखता है. उसका का काम दिमाग की कोशिकाओं के बीच संदेश पहुंचाना है. कोशिकाओं के भीतर सेरोटोनिन की कमी से दिमाग की कोशिकाओं तक संदेश ठीक से नहीं पहुंच पाते और व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव आना शुरू हो जाता है.

नट्स जैसे अखरोट काजू, बादाम और पिस्ता पोषक तत्वों और विटामिन जैसे डी और मैग्नीशियम से भरपूर होते हैं. दोनों का संबंध बेहत दिमागी स्वास्थ्य और चिंता, तनाव और डिप्रेशन का लेवल कम करने से जुड़ता है.

तीखा फल जैसे संतरा, नींबू, आंवला और अमरूद में विटामिन सी भरपूर पाया जाता है. ये व्यापक रूप से दिमाग के स्वास्थ्य को बढ़ानेवाले और तनाव कम करनेवाले पोषक तत्वों के तौर पर जाने जाते हैं

किचन के सबसे आम मसाला हल्दी में सक्रिय तत्व करक्यूमिन मिलता है. करक्यूमिन सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम कर चिंता और तनाव को घटाने में मदद करता है. ये ज्यादातर उस वक्त बढ़ता है जब लोग तनाव, चिंता और डिप्रेशन से जूझ रहे होते हैं.

दही से मिलनेवाला अच्छा बैक्टीरिया या प्रोबॉयोटिक्स पाचन को ठीक रखता है. पुराने वैज्ञानिकों का मानना है कि आंत को स्वस्थ रखनेवाले ये बैक्टीरिया शरीर में तनाव और चिंता घटाने के भी उत्तरदायी होते हैं.

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