नेशनल न्यूज़। किसानों के दिल्ली कूच को रोकने की कमान 3 केंद्रीय मंत्रियों को सौंपी गई है। किसान संगठनों के साथ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नित्यानंद राय और अर्जुन मुंडा बातचीत कर रहे हैं। वहीं किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए प्रशासन ने जबरदस्त प्रबंध किए हैं। हरियाणा पुलिस ने पंजाब से हरियाणा का संपर्क काट दिया है। गौरतलब है कि हरियाणा से पंजाब को जोड़ने वाले सिंधु बॉर्डर, खनौरी बॉर्डर और डबवाली बॉर्डर को सील कर दिया है। किसानों को रोकने के लिए कीलें, क्रंक्रीट के बैरिकेड्स, कंटेनर और भारी पुलिस एवं केंद्रीय बल की तैनाती की तैयारी है। इन बॉर्डरों पर अस्थायी जेल भी बनाए गए हैं। यदि दिल्ली कूच पर किसान अड़े तो जबरन डिटेन कर अस्थायी जेलों में बंद कर दिया जाएगा।
वहीं 13 फरवरी को किसानों कूच के ऐलान जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद नजर आ रहा है। किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा नेशनल हाईवे नंबर 9 पर गांव खेरेका के पास बैरिकेट्स और बड़े-बड़े कंक्रीट के पत्थर लगाकर आवाजाही को पूरी तरह से रोक दिया है।
जिले में धारा 144 लागू
वहीं प्रशासन की तरफ से किसानों को रोकने के लिए रोड के बीच में बड़े-बड़े कीलों को गाड़ दिया गया है। उधर किसान अपने तौर पर 13 फरवरी को दिल्ली कूच की तैयारी में लगे हुए हैं। किसान नेता लखविंदर सिंह ने हरियाणा सरकार पर रास्ते रोक कर अव्यवस्था फैलाने का आरोप लगाया है। जिले के डिप्टी कमिश्नर पार्थ गुप्ता ने बताया कि किसानों के दिल्ली कूच को लेकर प्रशासन की तरफ से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जिले में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। किसानों को रोकने के लिए 40 जगह पर छोटे- बड़े नाके लगाए गए हैं।
गांवों का गांवों से संपर्क कटा
किसान नेता लखविंदर सिंह ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए जगह-जगह रास्ते बंद किए गए हैं और यह रास्ते किसानों ने नहीं बल्कि हरियाणा सरकार ने बंद किए हैं। जिससे अव्यवस्था का माहौल बना हुआ है। यहां तक कि गांव के आपसी रास्ते भी ब्लॉक कर सिरसा जिले के कई गांव का आपस में भी संपर्क तोड़ दिया गया है। लखविंदर सिंह ने कहा कि जिस तरह से रास्ते ब्लॉक किए गए हैं, ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जैसे कोई बाहरी शक्ति यहां हमला करने वाली हो। इसके साथ ही लखविंदर सिंह ने जिले के अधिवक्ताओं को इसको लेकर कोर्ट में पिटीशन डालने की अपील भी की है।
छात्रों की बढ़ी परेशानी
वहीं रास्ते ब्लॉक होने की वजह से लोगों को भी काफी दिखतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह गांव खारिया से पैदल गुजरने वाले स्टूडेंट डॉक्टर साहिल प्रताप ने कहा कि वे अपने एग्जाम देने के बाद अब घर लौट रहे हैं, लेकिन साधन न होने की वजह से वे यहां से पैदल गुजर रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों से बातचीत कर इस मसले को सुलझाना चाहिए ताकि लोगों को दिक्कत ना हो।
40 नाके 2 अस्थायी जेल, पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ियों की डिमांड
सिरसा उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने बताया कि किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली कूच को लेकर सिरसा के स्थानीय किसान नेताओं से बातचीत की जा रही है। इसके साथ-साथ पंजाब से आने वाले किसानों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा तकरीबन 40 से ज्यादा जगहों पर बड़े और छोटे नाके लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त बाहर से पुलिस की टुकड़ियां भी मंगवाई गई हैं। उन्होंने बताया कि सीमेंट बैरियर आरी, सीमेंट प्लेट और जेसीबी द्वारा बेरिकेटिंग की गई है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त ट्रैफिक को भी डाइवर्ट किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस विभाग की मांग पर सिरसा और डबवाली में 2 जगहों को अस्थाई जेल भी बनाया गया है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि यदि आवश्यकता ना हो तो कहीं बाहर जाने से बचा जाए।