गुरुकुल महिला महाविद्यालय में महिला सशक्तिकरण हेतु एन.जी.ओ. मैनेजमेंट ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट कैंप का हुआ समापन

रायपुर।महिला सशक्तिकरण और आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में गुरुकुल महिला महाविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ एवं महिला प्रकोष्ठ द्वारा नेशनल वीमेन हेल्पलाइन एवं नेशनल सोशल इकनॉमिक्स डेवलपमेंट प्रोजेक्ट फॉर वीमेन ¼Under STEP½ के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय एन.जी.ओ. मैनेजमेंट ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट कैंप का समापन समारोह आज गुरुकुल प्रेक्षागृह में आयोजित हुआ।
इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रशिक्षार्थियों को NGO बनाने एवं इसके संचालन, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, फंडिंग, कानूनी प्रक्रियाओं और टीम बिल्डिंग पर प्रशिक्षण दिया जायेगा। साथ ही प्रशिक्षार्थियों को बायलॉज, मीटिंग का मिनट्स एवं अन्य अभिलेखों के संधारण आदि भी सिखाया गया।
प्रशिक्षार्थियों को व्यक्तित्व एवं कौशल विकास सिखाने हेतु रैम्प वॉक कराया गया। स्वदेशी वस्त्र में महाविद्यालय की छात्राओं ने रैम्प वॉक कर प्रशिक्षण कार्यशाला के आयोजन को सफल बनाया। फैशन शो एवं रैम्प वॉक में महाविद्यालय की भूतपूर्व छात्रा कु. अनामिका वर्मा विशेष रुप से उपस्थित रही। अनामिका सत्र 2020-21 की बी.एस.सी. की छात्रा रही है। वर्तमान में ये रायपुर शहर की एक विख्यात मॉडल है। इन्होंने महालक्ष्मी ज्वेलर्स, सहेली ज्वेलर्स, श्रीराम ज्वेलर्स जैसे बड़े ब्राण्ड्स के लिए मॉडलिंग किया है साथ ही बहुत सारे मल्टी डिजाईनर स्टोर जैसे वजा, अजरा आदि के लिए भी मॉडलिंग किया है।
200 से अधिक मेकअप आर्टिस्ट के साथ आप काम कर चुकी है और सन 2021 से आप फैशन इडस्ट्री में कार्यरत है। आपने छात्राओं को इस फील्ड में कैरियर के ऑप्शंस की जानकारी दी और बताया कि आत्मविश्वास ही ऐसा गुण है जो फैशन इंडस्ट्री में सफलता के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है। प्रशिक्षक डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यशाला नेक्स्ट जनरेशन एजुकेशन है क्योंकि वर्तमान समय में ट्रेडिशनल के साथ-साथ नेक्स्ट जनरेशन एजुकेशन भी बहुत जरुरी है।
महाविद्यालय की प्राचार्या को नेशनल वुमेन हेल्पलाईन की ओर से नेक्स्ट जनरेशन वुमन लीडर का प्रमाण पत्र दिया गया।
शासी निकाय के अध्यक्ष अजय तिवारी, प्राचार्य डॉ. संध्या गुप्ता, महिला प्रकोष्ठ प्रभारी डॉ. वंदना अग्रवाल, डॉ. सिमरन आर. वर्मा, डॉ. सुनील सिंह, उमेश कुमार की उपस्थिति में प्राध्यापकों को प्रमाण पत्र दिया गया। कार्यक्रम संचालन डॉ. सिमरन आर. वर्मा ने किया।