Petrol Diesel Price: क्या लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले कम होने वाली हैं पेट्रोल डीजल की कीमतें ? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि सरकारी तेल कंपनियों के शेयरों में जारी तेजी थम गई है। बाजार को आशंका है कि चुनाव आयोग द्वारा मार्च महीने में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने से पहले मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम घटाकर वोटरों को लुभाने की कोशिश कर सकती है। इसकी वजहों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा और भारत गठबंधन में सीटों का सफल बंटवारा शामिल है।
तीनों तेल विपणन कंपनियों के शेयर फिसले
ऐसे में शेयर बाजार में अनुमान लगाया जा रहा है कि वोटरों को लुभाने के लिए मोदी सरकार मार्च महीने में चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर सकती है। यही कारण है कि पिछले एक हफ्ते में सरकारी तेल कंपनियों इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल के शेयर कीमतों में गिरावट देखी गई है। शुक्रवार, 23 फरवरी को भी तीनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए।
तेल कंपनियों के शेयरों में तेजी पर लगा ब्रेक
आज के कारोबार में BPCL के शेयर में 1.35 फीसदी की गिरावट आई है, तो एक हफ्ते में स्टॉक में 5.5 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि एक महीने में 33 फीसदी का उछाल देखा गया। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी की संभावना से एचपीसीएल के शेयर 2.18 फीसदी गिरकर बंद हुए हैं, जबकि एक हफ्ते में इसमें 6.75 फीसदी की गिरावट आई है। इंडियन ऑयल के शेयर में 2.31 फीसदी की गिरावट आई है जबकि एक हफ्ते में स्टॉक 6 फीसदी टूटा है।
निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं
शेयर बाजार में इस अटकल के बाद निवेशक तीन तेल कंपनियों के शेयरों में हालिया तेजी के बाद मुनाफावसूली कर रहे हैं। ऐसी संभावना है कि अगर सरकार चुनावी नफा-नुकसान को देखते हुए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती करती है, तो आगे चलकर तीनों तेल कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है।