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राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ में बनेंगे 45 टन लड्डू , प्रसाद बनाने वाराणसी, गुजरात से पहुंचे हलवाई

 

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर को लेकर देशवासियों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। आगामी 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की होनी है। वाराणसी और गुजरात के हलवाईयों का एक समूह मंदिर शहर में व्यस्त है। देश के जाने-माने हलवाईयों को शुद्ध देसी घी के साथ लड्डू तैयार करने का काम सौंपा गया है, जिसे ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के दौरान भगवान राम को प्रसाद के रूप में पेश किया जाएगा।
लोकप्रिय उत्तर भारत की मिठाई बनाने की प्रक्रिया 6 जनवरी को शुरू हो गई है और 22 जनवरी तक जारी रहेगी, जब शहर बड़े आयोजन के लिए भक्तों और गणमान्य व्यक्तियों से भरा होगा। एक दिन में हलवाई करीब 1200 किलो लड्डू बना रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए 45 टन लड्डू बनाने का काम सौंपा गया है। हलवाईयों ने बताया कि, ये लड्डू शुद्ध देसी घी का उपयोग करके बनाए जा रहे हैं और इस महीने की 22 तारीख को राम लला को प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाएगा। एक दिन में, हम बनाते हैं लगभग 1200 किलोग्राम लड्डू। हमें ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए 45 टन लड्डू बनाना है।

22 जनवरी 2024 को पूरी श्रद्धा-भावन से राम मंदिर में भगवान की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जा रहा है। जिसको लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए देश भर के संतों, राजनीतिक, फिल्म और खेल जगत से जुड़ी हस्तियों को भी निमंत्रण भेजा गया है। राम मंदिर का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। वहीं, अयोध्या प्रशासन ने शहर में आम लोगों के प्रवेश पर 20 से रोक लगा दी है। शहर में केवल वही लोग प्रवेश कर सकेंगे, जिनको श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से आमंत्रण मिला है या वे शहर के निवासी हैं।

 

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