नेशनल न्यूज़। समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उत्तर प्रदेश की 10 राज्यसभा सीटों में से 8 सीटें जीत लीं जबकि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) को 2 सीटों पर संतोष करना पड़ा। सपा ने मौजूदा राज्यसभा सांसद जया बच्चन, राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मंत्री रामजी लाल सुमन और पूर्व नौकरशाह आलोक रंजन को चुनाव मैदान में उतारा था जिसमें आलोक रंजन को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव जीतने वाले भाजपा उम्मीदवारों में मौजूदा राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह, संगीता बलवंत, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, तेजवीर सिंह, नवीन जैन पूर्व सांसद और संजय सेठ शामिल हैं।
सपा से जया बच्चन 41 मत पाकर और रामजी लाल सुमर 40 मत पाकर विजयी रहे
सपा से जया बच्चन 41 मत पाकर और रामजी लाल सुमर 40 मत पाकर विजयी रहे। सपा के तीसरे उम्मीदवार आलोक रंजन केवल 19 वोट पाने में सफल रहे। दिन भर चली कवायद में अंतिम क्षण में वफादारी में बदलाव देखा गया जिसमें कम से कम सात सपा विधायकों ने भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। सपा विधायक मनोज कुमार पांडे के इस्तीफे से पूरा दिन सस्पेंस से भरा रहा, जिन्होंने विधानसभा में मुख्य सचेतक के पद से इस्तीफा दे दिया और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान किया। हाल ही में सपा से अलग होकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल हुए जयंत चौधरी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के सदस्यों ने भाजपा उम्मीदवार संजय सेठ के पक्ष में मतदान किया। इसके अलावा, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक उमा शंकर सिंह ने भी भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग की खबरें थीं, लेकिन पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने इसका खंडन किया और दावा किया कि उनके दल के सभी सदस्यों ने भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया।
सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच देखी गई तीखी नोकझोंक
सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच तीखी नोकझोंक देखी गई। जहां भाजपा नेताओं ने अपने सभी 8 उम्मीदवारों की जीत का दावा किया, वहीं सपा ने सत्तारूढ़ सरकार पर विधायकों की खरीद-फरोख्त और धर्मांतरण में शामिल होने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि विधानसभा में कुल 403 सदस्य हैं, जबकि चार सीटें मौजूदा सदस्यों के निधन के कारण खाली हैं, सपा के दो और सुभासपा का विधायक जेल में बंद हैं जबकि सपा के एक विधायक ने मतदान मे हिस्सा नहीं लिया। पार्टी विधायकों की क्रॉस वोटिंग पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि तीसरी राज्यसभा सीट के लिए चुनाव सच्चे दोस्तों की पहचान की परीक्षा है। उन्होंने ट्वीट किया कि क्रॉस वोटिंग करने वाले सभी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, हमारी तीसरी राज्यसभा सीट वास्तव में सच्चे साथियों की पहचान करने और यह जानने की परीक्षा थी कि कौन दिल से पीडीए के साथ है और कौन अंतरात्मा से दलित,अल्पसंख्यक और पिछड़े वर्ग के खिलाफ है। अब सब कुछ साफ हो गया है, ये तीसरी सीट की जीत है।