रायपुर। शासन द्वारा नियुक्त भूपेन्द्र सवन्नी 6 अप्रैल को पदभार ग्रहण करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. रमन सिंह, विधानसभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, उपमुख्यमंत्री अरूण साव , रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत,सुनील सोनी, पुरन्दर मिश्रा, मोतीलाल साहू, अनुज शर्मा, गुरू खुशवंत साहेब,इन्द्र कुमार साहू तथा संगठन महामंत्री अजय जामवाल एवं राज्य महासचिव पवन साय तथा अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
भूपेन्द्र सवन्नी के अध्यक्ष क्रेडा के रूप में पदभार ग्रहण करने के उपरांत सौर ऊर्जा संचालित बैटरी स्वैपिंग स्टेशन एवं सौर पैनल आधारित इलेक्ट्रीक रिक्शा व अन्य सौर ऊर्जा आधारित परियोजनाओं के कुल लागत राशि रू. 20.78 करोड़ का लोकार्पण एवं रू.48.67 करोड़ के कार्यों का भूमिपूजन माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के द्वारा किया जाना है। क्रेडा के सीईओ राजेश सिंह राणा द्वारा बताया गया है कि सौर संचालित बैटरी स्वैपिंग स्टेशन क्रेडा द्वारा अनुसंधान एवं विकास के तौर पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में बैटरी ऑपरेटेड इलेक्ट्रीक रिक्शा हेतु विकसित किया गया है। बैटरी स्वैपिंग के मदद से ई-रिक्शा चालक कम समय में सस्ती शुल्क पर अपना डिस्चार्ज बैटरी के बदले चार्जर्ड बैटरी ले सकते हैं] जिससे ई&रिक्शा चालक प्रतिदिन अधिक दूरी तय कर सकते हैं तथा इससे इनकी आमदनी भी बढ़ेगी। सोलर पैनल आधारित ई&रिक्शा साधारण ई&रिक्शा के मुकाबले एक ऊर्जा दक्ष ई&रिक्शा के रूप में विकसित किया गया है] जिससे रिक्शा चालक को बार&बार बैटरी चार्ज करने की समस्या से राहत मिल पायेगी। साधारणतः रिक्शा चालक प्रतिदिन बैटरी चार्जिंग समस्या से अधिक दूरी तय नहीं कर पाते हैं।
ई&रिक्शा में सौर पैनल स्थापित कर इस समस्या को क्रेडा द्वारा काफी हद तक दूर किया गया है] जिससे वर्तमान में ई&रिक्शा चालकों को कम समय में बैटरी चार्ज कर अधिक दूरी तय करते हैं एवं आमदनी भी करते हैं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सौर ऊर्जा से मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने में क्रेडा द्वारा अनेकों प्रयास किये जा रहे हैं] जिसमें आश्रम&छात्रावासों] स्वास्थ्य केन्द्रों] ऊर्जा शिक्षा उद्यान में सौर संयत्रों की स्थापना] पथ प्रकाश व्यवस्था हेतु सौर संयंत्रों से सामुदायिक स्ट्रीट लाईट का संचालन] सोलर हाई मास्ट लाईट की स्थापना एवं सामुदायिक बायोगैस संयंत्रों की स्थापना जैसे कार्य सम्मिलित है। इन सभी परियोजना के अंतर्गत कुल 15 कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण इस कार्यक्रम के माध्यम से किये जायेंगे।