० आधिकारिक घोषणा 9 अप्रैल नव वर्ष पर
सरायपाली। सरायपाली आरएसएस के नगर संघ चालक मुकेश अग्रवाल को राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेते हुवे आगामी लोकसभा चुनाव में चुनाव लड़े जाने हेतु पर्चा दाखिल किए जाने के बाद इसे संघ के खिलाफ अनुशासनहीनता मानते हुवे उन्हें पदमुक्त कर दिया गया है । इसकी आधिकारिक घोषणा आगामी 9 अप्रैल को हिन्दू नववर्ष के दिन किये जाने की जानकारी दी गई है ।
इस संबंध में संघ से जुड़े स्थानीय पदाधिकारियों ने बताया कि संघ कभी भी किसी राजनैतिक गतिविधियों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाग नही लेता । इसकी हिदायत व जानकारी सभी स्वयंसेवको को होती है । संघ एक देशभक्त व मानव कल्याण की सेवा के लिए बनाया गया है । कोई भी स्वयं सेवक व संध का पदाधिकारी राजनीति में संघ में रहते भाग नही ले सकता । ऐसे में सरायपाली नगर संघ चालक मुकेश अग्रवाल द्वारा विगत दिनों महासमुन्द जिला मुख्यालय में एक प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किए जाने की जानकारी मिलने पर इसकी जानकारी संघ के जिला व प्रदेश कार्यालय को दी गई । नामांकन दाखिल किए जाने की कोई भी सूचना अथवा जानकारी मुकेश अग्रवाल द्वारा संघ को पूर्व में नही दी गई थी । उच्च कार्यालयों ने इसे गंभीरता से लेते हुवे तत्काल प्रभाव से पदमुक्त करने व संघ की सदस्यता भी रद्द किए जाने का मौखिक निर्देश दिया गया । जिसके तहत मुकेश अग्रवाल को अभी मौखिक रूप से नगर संघ चालक व सदस्यता से मुक्त कर दिया गया है । आगामी 9 अप्रैल को नव वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित बैठक में इसकी आधिकारिक रूप से घोषणा की जायेगी ।
ज्ञातव्य हो कि कथित तौर पर संघ के नगर संचालक पद से मुक्त किये गये मुकेश अग्रवाल वर्तमान में छत्तीसगढ़ चेम्बर आफ़ कॉमर्स के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं । दो दिनों पूर्व उनके द्वारा नामांकन दाखिल किया गया था। नामांकन दाखिल किए जाने के बाद पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुवे मुकेश अग्रवाल ने कहा था कि वे व्यापारियों के हितों की रक्षा व सुरक्षा के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं । भाजपा हो या कांग्रेस सभी पार्टियां वोट की राजनीति करती हैं । कोई भी व्यापारी छापेमारी के डर से चुनाव नही लड़ता । न ही वे कार्यवाही से डरते हैं न ही किसी अधिकारी से । व्यापारियों को चोरी करना अधिकारी ही सिखातें हैं ।
विदित हो कि लोकसभा प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले मुकेश अग्रवाल अपने बयानों व कार्यो के लिए चर्चित रहे हैं । तथा कुछ व्यापारियों के सलाह पर उन्होंने अपना नामांकन पत्र दाखिल किए जाने की नगर में चर्चा है । मुकेश अग्रवाल के इस निर्णय से संघ से जुड़े पदाधिकारियों में भी नाराजगी व आश्चर्य जनक रूप से देखा जा रहा है ।