वड़ोदरा। गुजरात के वडोदरा जिले में हुए हादसे में पुल टूटने की घटना में अब तक 13 लोगों के मौत की पुष्टि हुई। वहीं घटना के 24 घंटे बाद भी राहत और बचाव कार्य जारी है। हालांकि बुधवार की सुबह वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया घटनास्थल पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्यों का जायजा लिया।
गुजरात स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। गोताखोरों की मदद से नदी में फंसे लोगों को खोजने का काम चल रहा है। वहीं स्थानीय प्रशासन भी मशीनों और बोट के जरिए मलबा हटाने में जुटा हुआ है। बता दें कि मंगलवार को पुल पर कई लोग और वाहन एक साथ गुजर रहे थे, तभी अचानक उसका एक हिस्सा टूटकर नदी में गिर गया। कई वाहन और लोग नदी में गिर गए। हादसे के सही कारणों की जांच की जा रही है।
पीएम मोदी ने किया मुआवजे का एलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, गुजरात के वडोदरा जिले में एक पुल के ढहने से हुई जनहानि बेहद दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
दो खंभों के बीच पुल का पूरा स्लैब ही गिर गया
गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा, पुल का निर्माण 1985 में हुआ था। समय-समय पर इसका रखरखाव किया जाता था। उन्होंने कहा, घटना के पीछे के सटीक कारण की जांच की जाएगी। तस्वीरों में दो खंभों के बीच पुल का पूरा स्लैब गायब दिखाई दे रहा है। लगभग 900 मीटर लंबे गंभीरा पुल में 23 खंभे हैं। बताया जा रहा है कि इस पुल की पिछले साल ही मरम्मत की गई थी। पुल पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए सरकार ने तीन महीने पहले 212 करोड़ रुपये की लागत से एक नए पुल को मंजूरी दी थी। इस पुल के डिजाइन व टेंडरिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।