जम्मू। अमरनाथ गुफा के लिए छड़ी मुबारक की यात्रा का आरंभ हो गया है। यह अमरनाथ यात्रा का अंतिम पड़ाव है। श्रीनगर के दशनामी अखाड़े में छड़ी मुबारक को रखा गया था। जहां बाबा बर्फानी के भक्तों ने दर्शन किए। साधु-संतों ने विधि-विधान से इसकी पूजा की तत्पश्चात इसे पवित्र गुफा के लिए रवाना किया गया।
अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू हुई थी, जो 52 दिन तक चली। 2024 में लगभग 5 लाख से अधिक यात्रियों ने अमरनाथ की पवित्र गुफा में दर्शन किए। 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर छड़ी मुबारक अमरनाथ गुफा में पहुंचेगी। फिर बाबा बर्फानी की गुफा में अंतिम पूजा होगी, उसके बाद इस वर्ष की यात्रा का विश्राम होगा।
भोले बाबा की भगवा वस्त्रधारी पवित्र गदा को छड़ी मुबारक के नाम से जाना जाता है। वर्तमान समय में यह अमरनाथ पवित्र गुफा मंदिर के रास्ते में है। मार्तंड सूर्य मंदिर के परिसर में मार्तंड तीर्थ ट्रस्ट ने विशाल प्रोग्राम का आयोजन किया। जिसमें बड़ी तादात में कश्मीरी पंडितों ने भाग लिया।
महंत दीपेंद्र गिरि पवित्र छड़ी के संरक्षक हैं। उनके नेतृत्व में पवित्र गदा बुधवार की दोपहर मार्तंड सूर्य मंदिर पहुंची, वहीं उनकी पूजा की गई। मट्टन के सूर्य मंदिर और गणेशबल मंदिर पहलगाम में पूजा के बाद गदा पवित्र अमरनाथ मंदिर के लिए आगे बढ़ी। भक्तों और साधुओं द्वारा पूरे जोश के साथ बम-बम भोले के जयकारे लगाए गए।
आज 16 अगस्त को पवित्र छड़ी चंदनवारी के लिए रवाना होगी और कल 17 अगस्त को शेषनाग में रहेगी। 18 अगस्त को पंचतरणी में और फिर 19 अगस्त श्रावण-पूर्णिमा की सुबह, यह गुफा मंदिर में दर्शन करने और अन्य अनुष्ठानों के साथ पूजा करने के लिए पहुंचेगी। फिर छड़ी मुबारक को महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में दशमी अखाड़े में वापिस भेज दिया जाएगा। यह पारंपरिक अमरनाथ यात्रा के आरंभ का प्रतीक है। अब अगले बरस 2025 में शिव भक्तों को पवित्र अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शनों का सौभाग्य प्राप्त होगा।