अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने राम भक्तों से अपील की है कि वे रामनवमी के अवसर पर अयोध्या आने से बचें। रामनवमी पर अयोध्या में होने वाली पूजा-आरती के सभी कार्यक्रमों के सजीव प्रसारण की व्यवस्था की गई है। इसका लाभ मोबाइल, टीवी और जगह-जगह पर लगने वाली बड़ी-बड़ी स्क्रीनों पर लिया जा सकेगा। ट्रस्ट की अपील है कि लोग रामनवमी पर अनावश्यक भीड़भाड़ में आने से बचें और भगवान के ऑनलाइन दर्शन करें। बाद में सही समय पर कम भीड़ होने पर अयोध्या पहुंचे और सीधे दर्शन करें।
अनुमान है कि अयोध्या में भगवान राम के नए विग्रह के नए मंदिर में विराजमान होने के कारण इस वर्ष रामनवमी पर पूरे देश से भारी संख्या में राम भक्त अयोध्या पहुंच सकते हैं। इससे छोटे से शहर अयोध्या की वर्तमान व्यवस्था अपर्याप्त साबित हो सकती है। यही कारण है कि भीड़ कम करने के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को इस तरह की अपील जारी करनी पड़ी है। इस बार भी ट्रस्ट का अनुमान है कि कम से कम पांच लाख के करीब लोग रामनवमी पर अयोध्या पहुंच सकते हैं।
दर्शन का समय
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट से जुड़े विश्व हिंदू परिषद के नेता शरद शर्मा ने अमर उजाला को बताया कि मंगला आरती के बाद 3:30 बजे से अभिषेक-श्रृंगार और अन्य कार्यक्रम चलते रहेंगे। दर्शनों की व्यवस्था रात 11 बजे तक चलती रहेगी। इसके साथ-साथ भक्तों को दर्शन भी जारी रहेगा। लेकिन बीच-बीच में रामलला की सेवा के लिए कुछ समय के लिए दर्शन बंद किए जाएंगे। इस दौरान राम भक्तों से शांति बनाए रखने, अपने मन में भगवान का ध्यान करने का अनुरोध किया गया है।
पास, विशेष दर्शन रद्द
उन्होंने कहा कि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए 16 अप्रैल से लेकर 19 अप्रैल तक मंदिर में किसी विशेष दर्शन या पास को रद्द कर दिया गया है। मंदिर के आसपास भक्तों के रहने और नित्य प्रतिदिन की आवश्यकताओं की सभी व्यवस्था की गई है। किसी को कोई असुविधा न हो, इसलिए भक्तों से कम संख्या में आने का अनुरोध किया गया है।