० चार साल में पांच सी.एम.ओ. बदल गये
जीवन एस साहू
गरियाबंद। नगर का एक मात्र सांई मंदिर के पास स्थित सांई गार्डन इन दिनों कई महीनों से अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है, पर्याप्त साफ-सफाई का अभाव है । ज्ञात हो कि सांई मंदिर के गार्डन स्थानीय नगर पालिका परिषद द्वारा बनाया गया था जिसके पुर्ननिर्माण के दोबार टेण्डर होने के बाद कई महिनों से निर्माण कार्य बंद है, इसी गार्डन के ‘‘ हमर गरियाबंद’’ बोर्ड लगा हुआ है, वह भी बंद है ।
नगर में आबोहवा परिवर्तन एवं बच्चों के लिए खेलकूद एवं मनोरंजन के लिए एक मात्र सांई गार्डन एक महत्वपूर्ण स्थल है इसकी चर्चा लाजिमी है, वैसे नगर के विस्तार एवं आकार के अनुसार और भी प्रिंस क्लब सिविल लाईन गार्डन, गांधी मैदान है, जहां नगर पालिका की निष्क्रियता के चलते अवस्थाओं से जूझ रहा है, सांई गार्डन में प्रवेश करते ही कुछ एक स्थानों ऐसे तस्वीर दिखने प्रारंभ हो गए है जो चिंता में डालते हुए प्रतीत होते है, मसलन टूटी कुर्सिया बच्चों के खेल संसाधन खराब हो गए है वही डस्टबीन एवं कचरे की स्थिति में आ गया है । सांई गार्डन पहले क्यारीनुमा बगीचा घुमने एवं बैठने का शीतल स्थान प्रतीत होता था लेकिन वर्तमान में उजड़ा चमन नजर आ रहा है जो कि नगर पालिका प्रशासन की निष्क्रियता को दर्शाता है ।
गरियाबंद नगर पालिका अन्तर्गत छिन्त तालाब, नया तालाब, रावनभाठा तालाब के लिए कार्य किया जाता है लेकिन यहां के कार्यो में प्रगति दिखाई नही दे रही है, गरियाबंद के मुख्य सड़क गौरवपथ व विभिन्न वार्डो में लगाई लाईट रात्रि बंद चालू होती रहती है । इस संबंध में वार्डो के पाषदों का कहना है कि इस संबंध में कई बार पालिका में अवगत करा दिया गया है लेकिन कोई सुनता ही नही है ।
चार वर्ष में पांच सी.एम.ओ. बदल गये
स्थानीय नगर पालिका विगत चार वर्ष के कार्यकाल मेें पांच सी.एम.ओ. बदल गये । इस तरह अधिकारियों के स्थानान्तरण में नगर के विकास बाधा आ रही है, नगर का विकास कार्य योजना बना कर नही किया जा रहा है । गांधी मैदान को धरना प्रदर्शन व पार्किग स्थल बना दियाा गया है नगर में चैपाटी का निर्माण किया जाना था वह भी अधूरा है, साप्ताहिक बाजार के लिए अभी सही स्थल का चयन नही हो पाया है, गरियाबंद जिला मुख्यालय में नगर पालिका बेदम स्थिति में है आखिर इसका जिम्मेदार कौन ?