तारीख 14 जून 2020. जब दोपहर के वक्त टीवी पर खबर आई, बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली. एक पल को लोगों को लगा कि शायद न्यूज चैनल वालों से कोई गलती हो गई है.
जो उन्होंने एक्टर के निधन की खबर दिखाई, लेकिन एक-एक कर जैसे-जैसे हर चैनल ने इस खबर को फ्लैश किया तो इस खबर ने पूरे देश और फिल्म इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया. लोगों को इस बात पर यकीन कर पाना मुश्किल हो गया था.
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) की मौत को आज पूरे चार साल बीत गए हैं. आज सुशांत की चौथी बरसी है. इन चार सालों में शायद ही कोई ऐसा दिन हो, जब एक्टर के चाहने वालों ने उन्हें याद ना किया हो. एक्टर के मुंबई वाले अपार्टमेंट में उनका शव पंखे से लटका मिला था. शुरुआत में उनकी मौत को सुसाइड माना गया था, लेकिन एक्टर ने पिता केके सिंह इसे मर्डर बताया था और एफआईआर भी दर्ज करवाई थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिद्धार्थ पिठानी ही वो शख्स थे जिन्होंने सबसे पहले सुशांत का शव देखा था. वो सुशांत के दोस्त और फ्लैट पार्टनर थे. इस केस में NCB ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था.
इसके साथ ही सुशांत के पिता ने उनकी गर्लफ्रेंड और बॉलीवुड एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती पर केस दर्ज करवाया था. जैसे-जैसे इस केस की जांच आगे बढ़ी तो नए-नए ऐंगल समाने आए. जांच के दौरान एक ड्रग्स चैट का भी खुलासा हुआ, जिसमे रिया के साथ उनके भाई शौविक पर भी ड्रग्स देने का आरोप लगा और उन्होंने भी कई महीनों तक जेल में सजा काटी. इसके अलावा रिया पर सुशांत के पैसों की हेराफेरी करने के आरोप लगे थे. हालांकि बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था. अब सुशांत सिर्फ इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह गए हैं.
2004- विश्व रक्तदाता दिवस की हुई थी शुरूआत
खून की एक बूंद किसी की जिंदगी बचा सकती है. जरूरतमंद को अगर वक्त पर खून मिल जाए तो किसी की जान को बचाया जा सकता है. लोगों में रक्तदान करने के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है. ब्लड डोनेशन एक दर्द रहित क्रिया है जो किसी जरूरतमंद की जिंदगी बचा सकती है. दुनिया भर में इस दिन को मनाने का मकसद सभी को रक्तदान करने के लिए प्रोत्साहित करना है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचाई जा सके. आज विश्व रक्तदाता दिवस को 20 साल पूरे हो गए हैं. इसलिए इस साल की थीम है: दान देने के 20 साल: रक्तदाताओं का धन्यवाद!
1775- अमेरिकी सेना का हुआ था जन्म
अमेरिकी सेना हर साल 14 जून को अपना जन्मदिन मनाती है. 2024 में सेना की सेवा के 249 साल पूरे हो गए हैं. कॉन्टिनेंटल आर्मी संयुक्त राज्य अमेरिका की पहली सेना थी, जिसने क्रांतिकारी युद्ध जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अमेरिकी सेना की स्थापना 14 जून 1775 को हुई थी, जब कॉन्टिनेंटल कांग्रेस ने एक साल के लिए संयुक्त कॉलोनियों की सेवा के लिए राइफलमैनों की भर्ती को ऑफिशियल किया था. इस तारीख को अमेरिकी सेना का ऑफिशियल जन्मदिन माना जाता है.
1901- पहली बार गोल्फ प्रतियोगिता का आयोजन
साल 1901 में पहली बार गोल्फ प्रतियोगिता का आयोजन आज ही के दिन किया गया था. यूएस ओपन प्रतियोगिता का आयोजन 14 से 17 जून के बीच बोस्टन के मैसाचुसेट्स में आयोजित किया गया था. मायोपिया हंट क्लब में आयोजित इस प्रतियोगिता को विली एंडरसन ने जीत लिया.
देश दुनिया के इतिहास में 14 जून –
1658 : ड्यून्स के युद्ध में ब्रिटिश और फ्रांसीसी सेना ने स्पेन को हराया
1777 : अमेरिकी कांग्रेस ने एक बैठक में देश के लिए 13 लाल और सफेद धारियों वाले नये झंडे का स्वरूप
निर्धारित किया। इस दिन को 1885 से अमेरिका में झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता है
1905 : प्रसिद्ध संगीत साधिका हीराबाई बारोदकर का जन्म
1907: नॉर्वे में महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला
1922 : फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ के निर्देशक के आसिफ का जन्म
1934: ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में हिटलर और मसोलिनी की मुलाकात
1928: अर्जेंटीना के क्रांतिकारी नेता चेग्वेरा का जन्म। इन्होंने क्यूबा में 1959 में हुए तख्तापलट में अहम योगदान दिया था
1940 : दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जर्मन तानाशाह हिटलर के नेतृत्व में पश्चिमी यूरोप पर तकरीबन एक महीने तक हवाई हमले करने के बाद जर्मन सेना फ्रांस की राजधानी पेरिस में घुसी
1945 : वायसराय लार्ड वावेल ने भारत के शीर्ष राजनीतिक नेताओं से मिलने की इच्छा जाहिर की और इस दौरान जो नेता जेलों में बंद थे, उन्हें रिहा कर दिया गया
1946 : अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जन्म
1969: जर्मनी की टेनिस स्टार स्टेफी ग्राफ का जन्म. उन्होंने अपने करियर में 22 ग्रैंडस्लम जीते.