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Kanchanjunga Express Train Accident : सामने आई ट्रेन हादसा होने की बड़ी वजह,अब तक 8 की मौत

 



जलपाईगुड़ी। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में आज सुबह एक दुखद रेल हादसा हुआ, जिसमें असम के सिलचर से कोलकाता के सियालदह जा रही एक्सप्रेस ट्रेन से एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए। हादसा न्यू जलपाईगुड़ी के पास रंगापानी स्टेशन के नजदीक हुआ, जब मालगाड़ी सिग्नल पार कर एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गई। सूत्रों के अनुसार, एक्सप्रेस ट्रेन के आखिरी तीन डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे कई अन्य डिब्बे भी प्रभावित हुए हैं।

 

कंचनजंगा एक्सप्रेस, जिसे पर्यटक अक्सर दार्जिलिंग के लोकप्रिय हिल स्टेशन की यात्रा के लिए इस्तेमाल करते हैं, इस दुर्घटना का शिकार हुई। यह मार्ग चिकन कॉरिडोर नामक संकरी भूमि पट्टी को पार करता है, जो पूर्वोत्तर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। उन्होंने बताया कि रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ मिलकर इस आपदा से निपटने के प्रयास में जुटे हुए हैं। दिल्ली में एक वॉर रूम स्थापित किया गया है ताकि बचाव उपायों का समन्वय सही तरीके से किया जा सके।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस दुर्घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और बताया कि आपदा प्रतिक्रिया दल और चिकित्सा कर्मचारियों को तुरंत घटनास्थल पर भेज दिया गया है। उन्होंने एक ऑनलाइन पोस्ट में कहा, “अभी दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में एक दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूं। डीएम, एसपी, डॉक्टर, एंबुलेंस और आपदा दल को बचाव, बचाव और चिकित्सा सहायता के लिए घटनास्थल पर भेजा गया है। युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।”

गौरतलब है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस के डिब्बों में दो पार्सल वैन और पीछे एक गार्ड कोच था, जिसके कारण टक्कर का प्रभाव कम हुआ। रेलवे अब सभी रेलगाड़ियों को नए एलएचबी कोचों के साथ अपग्रेड कर रहा है, लेकिन कंचनजंगा एक्सप्रेस अभी भी इंटीग्रल कोच फैक्ट्री द्वारा बनाए गए पुराने कोचों के साथ चल रही है। इस हादसे के बाद से रेलवे के अधिकारी और संबंधित विभाग घटनास्थल पर मौजूद हैं और स्थिति को नियंत्रित करने के प्रयास में लगे हुए हैं। घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है और हादसे की विस्तृत जांच की जा रही है।

 

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