इंटरनेशल न्यूज़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘आज व्हाइट हाउस में शानदार स्वागत सम्मान एक प्रकार से 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है। यह अमेरिका में रहने वाले करीब 40 लाख भारतीय मूल के लोगों का भी सम्मान है। इसके लिए मैं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन का आभार प्रकट करता हूं। ” अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी चर्चा से भारत और अमेरिका के संबंधों को और मजबूती मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्हाइट हाउस के बाहर भारतीय-अमेरिकन लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं 30 साल पहले अमेरिका आया था, तब मैंने व्हाइट हाउस को बाहर से देखा था। लेकिन आज यहां के भारतीयों के लिए व्हाइट हाउस को खोल दिया गया है। इसके लिए पीएम ने राष्ट्रपति बाइडेन को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि हम दोनों देश अपनी विविधिता पर गर्व करते हैं।
इससे पहले व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ व्हाइट हाउस में फिर आपका स्वागत है प्रधानमंत्री मोदी। मैं एक राजकीय यात्रा पर आपकी यहां मेजबानी कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं ।” उन्होंने कहा, ‘‘ अमेरिका और भारत के बीच संबंध 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण परिभाषित करने वाले संबंध हैं। आज जो हम निर्णय लेंगे, आने वाली पीढ़ी के भविष्य को निर्धारित करेंगे।”
इससे पहले पीएम मोदी व्हाइट पहुंचे, जहां उनका स्वागत राष्ट्रपति बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन ने किया। इसके बाद प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और 21 तोपों की सलामी दी गई। पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस समेत अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
इससे पहले, अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने मोदी एवं अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन के साथ चित्र साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ व्हाइट हाउस में आपका स्वगत है श्रीमान प्रधानमंत्री।” इसे रिट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘ आज अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ बातचीत करने को आशान्वित हूं।” प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास है कि हमारी चर्चा से भारत-अमेरिकी संबंध और मजबूत होंगे।” दोनों नेताओं के बीच 24 घंटे के भीतर दूसरी बार बातचीत होगी।
व्हाइट हाउस ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘‘यह यात्रा अमेरिका और भारत के बीच घनिष्ठ और करीबी साझेदारी तथा परिवार एवं मित्रता के गर्मजोशी भरे संबंधों को और मजबूत करेगी जो अमेरिकियों तथा भारतीयों को एक साथ जोड़ता है।” बयान में कहा गया, ‘‘यह यात्रा मुक्त, खुले, समृद्ध और सुरक्षित हिंद-प्रशांत के लिए हमारे दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को मजबूत करेगी और रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा एवं अंतरिक्ष सहित प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ाने के साझा संकल्प को मजबूत करेगी।”