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हिमाचल में कुदरत का कहर: मरने वालों की संख्या बढ़कर हुई 327, 35 साल बाद खुले भाखड़ा बांध के फ्लड गेट

नेशनल न्यूज़। हिमाचल प्रदेश में पिछले तीन दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 71 लोग मारे गए हैं जिसके बाद अब तक हिमाचल में आपदा से 327 लोगों की जान चली गई। आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि लगातार बारिश के कारण 13-15 अगस्त के दौरान कुल 71 लोगों की मौत हो चुकी है और इस साल के मानसून सीजन में अब तक लगभग 7,500 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है। 13,14 और 15 अगस्त के दौरान जुलाई की तुलना में सबसे ज्यादा अधिक नुकसान हुआ है। शर्मा ने कहा …”मरने वालों की संख्या 71 है और 7,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, यह अनुमान बढ़ सकता है क्योंकि अभी लोग बचाव और राहत कार्यों में शामिल हैं और विस्तृत अनुमान में समय लगेगा।”

35 सालों के बाद भाखड़ा बांध के फ्लड गेट खोले गए
वहीं, 35 सालों के बाद भाखड़ा बांध के फ्लड गेट खोले गए जिसका पानी पंजाब में छोड़ा जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के चलते भाखड़ा बांध में पानी का स्तर तय लेवल के करीब आ गया जिसके चले गेट खोले गए। ये गेट अगले शुक्रवार तक खोले रखा जाएगा। इस कारण 8 जिलों होशियारपुर, रोपड़, गुरदासपुर, कपूरथला, फिरोजपुर, फाजिल्का, अमृतसर, तरनतारन में फिर बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है।

बाढ़ की तबाही में 1,762 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त
उन्होंने कहा कि स्थानांतरण अभियान बड़े पैमाने पर चल रहा है, जिसमें जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) और स्थानीय लोग भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा, “हमने 2,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है।” इस बीच, राज्य आपदा प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 1,762 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं, और 8,952 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राज्य में 950 सड़कें बंद हैं, जिसमें शिमला, अपर शिमला, कुल्लू, मनाली, लाहौल स्पीति, चंबा, किन्नौर के कई हिस्सों में दूध, खाद्य पदार्थों की सप्लाई नहीं हो पा रही है।

इस साल के मानसून सीजन में हुए 113 भूस्खलन
रिपोर्ट के अनुसार, इस साल के मानसून सीजन में 113 भूस्खलन हुए हैं। इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कांगड़ा जिले में हवाई और जमीनी सर्वेक्षण करने के बाद, राज्य में मौजूदा संकट की समीक्षा के लिए शिमला में एक बैठक की अध्यक्षता की। इससे पहले मंगलवार को शिमला के कृष्णा नगर में ताजा भूस्खलन हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, सुक्खू ने कल एक बैठक की भी अध्यक्षता की। सुक्खू ने कहा था कि पिछले चार दिनों में बारिश में 157 प्रतिशत की वृद्धि के कारण पूरे राज्य में व्यापक क्षति हुई है।

मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार प्राथमिकता के आधार पर बहाली के प्रयासों में तेजी लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कुल 1220 अवरुद्ध सड़कों में से लगभग 400 को कार्यात्मकता के लिए बहाल कर दिया गया है। उन्होंने प्रतिकूल रूप से प्रभावित बिजली और पानी की योजनाओं को शीघ्रता से बहाल करने के निर्देश दिये।

 

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