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आंबेडकर अस्पताल और DKS होंगे अपग्रेड, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी बोले- अस्पताल में 12 बंदूकधारी सिक्योरिटी होंगे नियुक्त

रायपुर। राज्य सरकार राजधानी स्थित आंबेडकर अस्पताल और DKS अस्पतालों को अपग्रेड करने का प्लान कर रही है. स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज प्रेसवार्ता कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कमेटी बैठक में मेकाहारा को उत्कृष्ट हॉस्पिटल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं.

मंत्री जायसवाल ने अस्पतालों को लेकर इन प्रमुख बिंदुओं पर दी जानकारी:

तीन महीने के अंदर 7 साल से बंद पेट स्कैन मशीन शुरू की जाएगी. कानूनी प्रक्रियाओं के साथ स्थापना का काम भी होगा. इससे कैंसर की जांच करने वाला छत्तीसगढ़ का मेकहरा देश के टॉप टेन अस्पतालों में शामिल होगा.
बंगाल की घटना को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से 12 बंदूकधारी सुरक्षाकर्मी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के लिए नियुक्त किए जाएंगे. इसके साथ ही उनके संचालन करने के लिए हेड भी नियुक्त किया जाएगा.
सुरक्षा के मद्देनजर हॉस्पिटल और मेडिकल कालेज में CCTV कैमरे लगाए जाएंगे. इसके साथ ही अलार्म सिस्टम भी लगाया जाएगा.
CCTV की मॉनिटरिंग भी की जाएगी जिसकी समीक्षा समय समय पर डिपार्टमेंट द्वारा की जाएगी.
बाहर से इलाज कराने पहुंचे लोगों को डिपार्टमेंट में भटकना ना पड़े, इसके लिये साइन बोर्ड्स लगाये जाएंगे. साथ ही मरीजों के लिए काउन्सिलर्स भी नियुक्त किए जाएंगे.
हॉस्पिटल के सौंदर्यीकरण के साथ ही अपग्रेड करने का निर्णय लिया गया है.
3-7 दिनों के अंदर पोस्टमार्टम की रिपोर्ट दी जाएगी.
हाई टेक्नोलॉजी वाला वर्चुअल पोस्टमार्टम मशीन, 10 से 12 करोड़ है की लागत से लेने की तैयारी है.
अस्पताल में हॉस्पिटैलिटी सेवाएं होटल मैनेजमेंट द्वारा प्रदान की जाएंगी.
डीकेएस में नई एमआरआई मशीन की खरीद के लिए प्रस्ताव पारित किया गया है.
अस्पताल में हॉस्पिटैलिटी सेवाएं होटल मैनेजमेंट द्वारा प्रदान की जाएंगी.
मेकाहारा का रिसर्च सेंटर और मेडिकल कॉलेज अलग-अलग संचालित किया जाएगा.
DKS में पुराना डीएमई कार्यालय और निगम के सौ कमरे हॉस्टल के छात्रों का उपयोग करने दिया जाने का निर्णय लिया गया.
मेकाहारा और डीकेएस हॉस्पिटल में प्रदेश के सबसे ज्यादा लोग पहुंचते है. यहां सुविधाओं को विस्तारित करने के लिए बैठक रखी गई. इसके लिए
पीएससी को 232 पदों के लिए प्रस्ताव भेजा गया है. अगले छह महीनों में आम जनता के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध करवा दी जाएंगी.
वहीं उन्होंने कहा कि अगले तीन महीने के बाद बस्तर के जवान एयरलिफ्ट होकर रायपुर नहीं आना पड़ेगा क्योंकि बस्तर में सुपर स्पेशालिटी अस्पताल बनाया जा रहा है, जहां हर विभाग के डॉक्टर मौजूद हैं. अगले तीन महीने में अस्पताल का संचालन शुरू हो जाएगा.

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