#प्रदेश

बालको फोटोग्राफी प्रदर्शनी ‘मल्हार 3.0’ में दिखी जीवन के विविध रंगों को दर्शाती तस्वीरें

Advertisement Carousel

 



बालकोनगर।वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर ‘मल्हार 3.0’ फोटोग्राफी प्रदर्शनी एवं कार्यशाला का आयोजन किया। बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक राजेश कुमार ने फीता काटकर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बालको के प्रतिभाशाली कर्मचारियों द्वारा खींची गई बेहतरीन तस्वीरों को प्रदर्शित किया गया। आगंतुकों ने प्राकृतिक सौंदर्य और जीवन के विविध रंगों को दर्शाती तस्वीरों की सराहना की।

दो दिवसीय कार्यक्रम ‘मल्हार 3.0’ में ‘आर्कियोलॉजिकल वंडर्स’, ‘नेचुरल स्केप्स’ और ‘कल्चर केलिडोस्कोप’ प्रतियोगी थीम पर आधारित मनमोहक छायाचित्र प्रदर्शित किए गए। प्रदर्शनी में कंपनी के विरासत तथा सामुदायिक विकास यात्रा को फोटो के माध्यम से दिखाया गया। दो जजों के पैनल ने तीनों वर्ग में एक-एक विजेता का चुनाव किया। जज पैनल में छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ फोटोग्राफर गोकुल सोनी तथा दिल्ली से आएं युवा फोटोग्राफर बिबेक चेत्री शामिल थे।

बालको टाउनशिप में आयोजित हुए कार्यक्रम में ‘सेल्फी कॉर्नर’ के साथ-साथ आगंतुकों के लिए एक आकर्षक कॉर्नर तैयार किया गया जिसमें विंटेज क्लासिक्स कैमरों से लेकर अत्याधुनिक डिजिटल मॉडल के कैमरों को प्रदर्शनी शामिल की गई थी। दर्शकों को फोटोग्राफी उपकरण विस्तरित जानकारी दी गई। कर्मचारी एवं उनके परिवारजन तथा स्कूल के छात्रों सहित आगंतुकों के लिए खुली यह प्रदर्शनी दर्शकों के लिए अविस्मरणीय आनंददायक अनुभव रहा।

कार्यक्रम की सराहना करते हुए बालको के सीईओ एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि फोटोग्राफी हमें यह सिखाती है कि सुंदरता हर छोटे से छोटे दृश्य और क्षण में छिपी होती है। ‘मल्हार 3.0’ के माध्यम से कर्मचारियों के भीतर छिपी रचनात्मकता और कल्पनाशक्ति को सामने लाने का एक सशक्त मंच मिला। ऐसे आयोजन यह साबित करते हैं कि तकनीकी दक्षता और कलात्मक दृष्टिकोण मिलकर किसी भी संगठन को नई दिशा दे सकते हैं। फोटोग्राफी हमें प्रकृति, समाज और जीवन की बारीकियों को संवेदनशील दृष्टि से समझने का अवसर देती है। कर्मचारियों की यही रचनात्मकता बालको को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाने में सहायक है।

लगातार तीन वर्षों से आयोजित ‘मल्हार’ के इस वर्ष का मुख्य आकर्षण फोटोग्राफी कार्यशाला रही, जिसमें प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स ने प्रतिभागियों को फोटोग्राफी की बारीकियों से अवगत कराया। कार्यशाला में कैमरा हैंडलिंग, लाइटिंग तकनीक, एंगलिंग, कंपोज़िशन और मोबाइल फोटो जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।