गरियाबंद। शासकीय भूमि पर अवैध कब्जे और धार्मिक स्थल में तोड़ फोड़ को लेकर सोमवार को जिले के फिंगेश्वर ब्लॉक के ग्राम बोरसी के सैकड़ों ग्रामीणों ने एसडीएम दफ्तर राजिम घेराव कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने आक्रोशित ग्रामीणों ने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने और धार्मिक स्थल पर तोड़ फोड़ करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
जानकारी के मुताबिक ग्राम बोरसी में बसावन डबरा खसरा नं. 835 शासकीय भूमि पर हलधर माहेश्वरी नाम के व्यक्ति ने अवैध कब्जा कर रखा है। ग्रामीणों के मुताबिक इसे बसनेश्वर महादेव का स्थान माना जाता है। इस स्थान को मोहल्लावासी ने एकराय होकर धार्मिक व सामाजिक कार्य हेतु आरक्षित किया था और 18 अगस्त को रात में महादेव के शिवलिंग की स्थापना की थी। जिसे किसी असामाजिक तत्वों के द्वारा चबुतरा व शिवलिंग को तोड़ फोड़ कर कहीं फेक दिया गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि हलधर की भूमि खसरा न. 1096/1 रकबा 0.0100 हे. है। जिसमें उसका मकान भी बना हुआ है। जब की उसके द्वारा 2-3 वर्ष पूर्व खसरा क. 835 में जबरदस्ती कब्जा कर लिया गया है। इसे लेकर गांव में लगातर विवाद हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उक्त दोनों जमीन का दो बार सीमांकन किया जा चुका है। जिसमेें स्पष्ट हो गया कि हलधर ने शासकीय भूमि खसरा क. 835 में अवैध कब्जा कर लिया है। यहां जब ग्रामीणों ने मंदिर बनाना चाहा तो उसे तोड़ फोड़ कर दिया गया।
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि हलधर द्वारा अवैध कब्जा करने तथा सामाजिक विद्वेष फैलाने के नियत से धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ किया गया है, जिससे हमारे धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचा है। गांव वाले के मन में वैमनस्थता उत्पन्न हो रही है। जिसके कारण गाव में अशांति का माहौल निर्मित हो चुका है। उन्होंने तत्काल कर्रवाई कर अवैध अतिक्रमण हटाने की मांग की है। साथ ही शिवलिंग को ढूढ़ कर उसे पुनः स्थापित जाए। मामले में एसडीएम ने सात दिवस के भीतर जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
इधर मामले में फिंगश्वर जनपद अध्यक्ष पुष्पा साहू ने कहा की शिव मंदिर तोड़ने से लोगों की धार्मिक भावना आहत हुई है। 19 अगस्त को वहां जलाभिषेक होना था, इसके एक दिन पहले ही रात को शिवलिंग तोड़ दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि शासकीय भूमि में कब्जा करने वाले द्वारा ही शिवलिंग में तोड़ फोड़ की है। हमारी मांग है कि शासकीय भूमि से कब्जा हटाया जाए और शिवलिंग की पुनः स्थापना की जाए।
वहीं बजरंग दल जिला सह संयोजक मोहित साहू ने कहा की यह धार्मिक आस्था का मामला है। प्रशासन इसे गंभीरता से ले और दोषी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। उसने कहा कि मंदिर तोड़ने से लोगों में गहरी नाराजगी है। जल्द ही कार्यवाही नही की गई तो बजरंग दल उग्र आंदोलन करेगा ।