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Breaking : बलरामपुर में टूटा 45 साल पुराना बांध टूटने से आई बाढ़,सास-बहू समेत 4 की मौत; 3 अब भी लापता

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बलरामपुर। बलरामपुर जिले में एक बांध टूटने से हाहाकार मच गया। जलाशय में भरा पानी रास्ते में आने वाले 2 घरों को अपने साथ बहा ले गया। इस घटना में 7 लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है, जिनमें 6 लोग एक ही परिवार के हैं।पुलिस ने देर रात तीन लाशें बरामद कर ली। मृतकों में सास-बहू भी शामिल हैं। वहीं, दो बच्चों समेत 1 ग्रामीण अभी तक लापता है। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।



45 साल पुराना बांध
बांध टूटने की सूचना मिलते ही पुलिस और बचाव दल समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। गांव के लोग भी लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं। यह हादसा बलरामपुर के विश्रामनगर स्थित धनेशपुर गांव का है। 1980-81 में यहां जलाशय बनाने के लिए बांध का निर्माण किया गया था।

बलरामपुर में स्थित यह बांध दोनों तरफ से पहाड़ से घिरा हुआ है। लगभग 10-12 साल पहले यह जलाशय लीक होने लगा था, जिसकी मरम्मत करवाई गई थी। शुरुआती जांच में बांध टूटने की वजह मूसलाधार बारिश बताई जा रही है।

छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में लगातार बारिश के कारण जलाशय पानी से लबालब भर गया था। इससे पानी बाहर निकल रहा था और मंगलवार की देर रात बांध अचानक टूट गया। बांध टूटने के बाद जलाशय का पानी सैलाब बनकर निकला और आसपास मौजूद 2 घरों को अपने साथ बहा ले गया।

4 शव बरामद, 3 लापता
इनमें से एक घर रामवृक्ष नामक शख्स का था। रामवृक्ष मवेशियों को लेने गया था। तभी बांध के पानी में उसका घर बह गया। घर में उसकी पत्नी, दो बहुएं और 3 पोता-पोती थे। इसके अलावा कई जानवर भी इस बाढ़ में बह गए।

घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने सास-बहू और 1 बच्चे का शव बरामद कर लिया है। हालांकि 2 बच्चे समेत 1 ग्रामीण अभी तक नहीं मिले हैं। ग्रामीणों को संदेह है कि उनके शव पास से गुजरने वाली कनहर नदी में बह गए होंगे।