० गरियाबंद जिला एनआरसी बेड ऑक्युपेंसी दर में राज्य में पहले स्थान पर
० सीएम विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग गरियाबंद के कार्यों की प्रशंसा की
जीवन एस साहू
गरियाबंद। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्वास्थ्य विभाग गरियाबंद द्वारा चिरायु योजना एवं पोषण पुनर्वास केंद्र संचालन में बेहतर कार्य के लिए स्वास्थ्य विभाग गरियाबंद को शाबाशी दी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गार्गी यदु पाल के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग गरियाबंद द्वारा बेहतर काम किया जा रहा है। इसके फलस्वरूप गरियाबंद जिला पोषण पुनर्वास केंद्र बेड ऑक्युपेंसी दर में राज्य में पहले स्थान पर आया है। सीएम साय ने वनांचल जिला में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य टीम को बधाई दी है। साथ ही आगे भी लगातार अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में राजधानी रायपुर में 12 एवं 13 सितंबर को दो दिवसीय कलेक्टर एसपी कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। मुख्यमंत्री साय ने कॉन्फ्रेंस में जिला प्रशासन द्वारा संचालित कार्यों की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य विभाग गरियाबंद द्वारा किए जा रहे कार्यों की चर्चा कर स्वास्थ्य विभाग की प्रशंसा की।
गौरतलब है कि सीएमएचओ डॉ गार्गी के नेतृत्व में जिले में स्वास्थ्य मूलक कार्य प्राथमिकता से क्रियान्वित किये जा रहे है। विशेष कैंप के माध्यम से मैदानी सहित दुरस्थ क्षेत्र के लोगों को भी स्वास्थ्य सुविधाओं से लाभान्वित किया जा रहा है। साथ ही निशुल्क स्वास्थ्य जांच और जरूरत मंदो को दवाइयों का वितरण किया जा रहा है। सीएमएचओ डॉ गार्गी स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की लगातार समीक्षा कर मैदानी अमलो को सतर्क एवं तैनात रहने के आवश्यक निर्देश भी देते रहे है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित चिरायु अभियान के तहत स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य जांच एवं इलाज में भी जिले का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है। जिले में चिरायु योजना के तहत 1 लाख 28 हजार से अधिक स्कूली बच्चों का स्वास्थ्य जांच किया जा चुका है। साथ ही परीक्षण उपरांत बीमारी का इलाज एवं आवश्यकतानुसार उच्च संस्था में इलाज के लिए संदर्भित किया जा रहा है। इसी प्रकार जिले में गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों का इलाज करने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र का संचालन किया जा रहा है जिसमें 152 प्रतिशत बेड ऑक्युपेंसी दर दर्ज किया गया है। जोकि प्रदेश में सर्वाधिक है। साथ ही जिले के एनआरसी में 85 प्रतिशत उपचार दर दर्ज किया गया है। दोनो दर राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। कुपोषण को दूर करने एनआरसी के तहत किया जा रहे बेहतर कार्य के लिए मुख्यमंत्री श्री साय ने जिला प्रशासन की तारीफ की। साथ ही आगे भी ऐसे बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया।