आज (aaj ka itihas) हम यात्रा करने के लिए बसों को सबसे सुविधाजनक सस्ता और लोकप्रिय साधन मानते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं पहली बस का संचालन 20 सितंबर 1831 से ही शुरू हुआ था. ये बस पेट्रोल या डीजल से नहीं बल्कि भाप इंजन (first steam engine bus) से चला करती थी. पहली बार ये बस ब्रिटेन के ब्रॉन्ज गर्डन से चलाई गई थी जिसमे मात्र 30 लोग सवार थे. भाप से चलने वाली इस बस की औसतन स्पीड 19 किलोमीटर/घंटा (लम्बी दुरी के लिए) दर्ज की गई थी. वहीं इस बस का किराया घोड़ों से खींचने वाली बग्घी की तुलना में एक तिहाई था. इस बस को बनाने का श्रेय सर गोल्ड्सवर्थी गुरनी ( Sir Goldworthy Gurney) के सहयोगियों और वाल्टर हैनकॉक (Walter Hancock) सहित अन्य लोगों को दिया जाता है. बता दें वाल्टर हैनकॉक विक्टोरियन काल के एक अंग्रेज आविष्कारक जिन्हे मुख्य भाप से चलने वाले सड़क वाहनों के लिए याद किया जाता है.
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में 20 सितंबर (20 september ka itihas) का दिन बेहद अहम है. ये वही दिन था जब आखिरी मुग़ल बादशाह बहादुर शाह जफ़र को अंग्रेजों के सामने आत्मसमर्पण (Bahadur Shah Zafar surrenders to the British) करना पड़ा था. उन्हें आज (aaj ka itihas) ही के दिन साल 1857 में ब्रिटिश मेजर होसॉन (British Major Hosson) ने पकड़ लिया था. आपको बता दें बादशाह की गिरफ्तारी के समय उर्दू जानने वाले एक अंग्रेज़ी पुलिस अफसर फिलिप ने बादशाह-ए-हिन्द बहादुर शाह ज़फर पर तंज कसते हुए यह शेर कहा था –
‘दमदमे में दम नहीं, अब ख़ैर मांगो जान की.
ऐ ज़फ़र! ठंडी हुई शमशीर हिन्दुस्तान की’
जिसके जवाब में फ़ौरन बादशाह-ए हिंद ने जवाब दिया था…
‘ग़ाज़ियों में बू रहेगी जब तलक ईमान की
तख़्त-ए-लन्दन तक चलेगी तेग़ हिन्दुस्तान की’
भारतीय इतिहास में आजादी की पहली लड़ाई मई 1857 में हुरु हुई थी. तीन महीनों तक ब्रिटिश सैनिकों ने दिल्ली की घेराबंदी की थी जिसके बाद 14 सितंबर को ब्रिटिश फौजियों ने भारतीय सेनानियों का दमन किया. 17 सितंबर को बहादुर शाह जफ़र को लालकिला छोड़ना पड़ा जिसके बाद 20 सितंबर को उन्होंने ब्रिटिश सेना के सामने आत्मसमर्पण किया.
भारतीय पत्रकारिता के इतिहास में आज का दिन एक अहम अखबार के प्रकाशन से भी जुड़ा है. 20 सितंबर साल 1878 में प्रसिद्ध अंग्रेजी दैनिक अखबार ‘द हिन्दू’ (‘The Hindu’) का प्रकाशन साप्ताहिक पत्रिका के रूप में हुआ था. बाद में साल 1889 में इस अखबार का दैनिक रूप से प्रकाशन शुरू हुआ. वहीं साल 1995 में ‘द हिन्दू’ इंटरनेट संस्करण शुरू करने वाला भारत का पहला अखबार बना था.
देश-दुनिया में 20 सितंबर का इतिहास
1388 : दिल्ली के सुल्तान फिरोज़ तुगलक तृतीय का निधन.
1831 : भाप से चलने वाली पहली बस बनाई गयी.1856 : भारत के महान संत एवं समाज सुधारक श्री नारायण गुरु का जन्म.
1857 : अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह ज़फर ने आत्मसमर्पण किया। कैदी बनाकर लाल किले लाए गए..
1878 : मद्रास के अखबार द हिंदू के साप्ताहिक संस्करण का प्रकाशन शुरू। जी. एस. अय्यर इसके संपादक थे.
1933 : सामाजिक कार्यकर्ता और भारत की स्वतंत्रता के लिए कार्य करने वाली अंग्रेज़ महिला एनी बेसेंट का निधन.
1942 : भारतीय महिला स्वतंत्रता सेनानी कनकलता बरुआ का निधन.
1949 : प्रसिद्ध फिल्म निर्माता निर्देशक महेश भट्ट का जन्म.
1983: एप्पल उपग्रह ने कार्य करना बंद किया.
1999 : तमिल सिनेमा की स्वप्न सुंदरी के नाम से प्रसिद्ध अभिनेत्री राजकुमारी का
निधन.उनकी फिल्म हरिदास 114 सप्ताह तक चेन्नई के सिनेमाघर में चली थी.
2001 : अमेरिका ने 150 लड़ाकू विमान खाड़ी में उतारे.
2006 : ब्रिटेन के रॉयल बॉटैनिक गार्डन्स के वैज्ञानिकों को 200 वर्ष पुराने बीज उगाने में कामयाबी मिली.
2018 : भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली और विश्व चैंपियन भारोत्तोलक मीराबाई चानू को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार देने की घोषणा.
2021: भारतीय अखाड़ा परिषद के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरी का संदिग्ध परिस्थितियों में निधन।
2021: चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के 16वें मुख्यमंत्री बने.