नेशनल न्यूज़। उत्तरी सिक्किम में ल्होनक झील पर बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आने से तबाही का मंजर देखने को मिला। इस इस बाढ़ ने ना सिर्फ 3 लोगों की जान ली, बल्कि सेना के 23 जवान भी लापता हो गए हैं जिनकी तलाश अभी भी जारी है। बाढ़ ने दस्तक उस समय दी, जब मंगलवार देर रात अचानक बाढ़ आने और एक बांध से पानी छोड़े जाने के कारण स्थिति और बिगड़ गई।
सामने आई तस्वीरें और वीडियो
अचानक आई बाढ़ से कई लोग प्रभावित हुए। सोशल मीडिया पर अब तस्वीरें और कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिन्हें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात कितने खराब हुए हैं। स्थानीय लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में सड़क का एक बड़ा हिस्सा नदी के तेज पानी में बहता हुआ दिख रहा है।
गंगटोक जिला प्रशासन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “गंगटोक से लगभग 30 किलोमीटर दूर सिंगतम शहर में तीस्ता नदी के इंद्रेनी पुल के माध्यम से अचानक आई बाढ़ ने अपना रास्ता बना लिया। बलुतर गांव का एक संपर्क पुल भी सुबह 4 बजे बह गया।” सिंगताम में नदी बेसिन के पास के लोगों को शहर में अस्थायी राहत शिविरों में ले जाया गया है।
गंगटोक से लगभग 90 किलोमीटर उत्तर में तीस्ता बांध के पास चुंगथांग शहर के निवासियों को भी बचाया गया है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, उत्तरी सिक्किम में सिंगतम को चुंगथांग से जोड़ने वाले डिकचू और टूंग कस्बों में दो पुल भी क्षतिग्रस्त हो गए। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) इलाकों में स्थानीय लोगों को बचा रहा है।
इससे पहले सिक्किम के उत्तरी और पूर्वी जिलों में अचानक बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया था। सिक्किम के कुछ हिस्सों में कल रात से भारी बारिश हो रही है। इसमें कहा गया है, “गाज़ोलडोबा, दोमोहनी, मेखलीगंज और घीश जैसे निचले इलाके प्रभावित हो सकते हैं। कृपया सतर्क रहें।”