पुणे । महाराष्ट्र में कल यानी 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने वाले हैं। इस बीच, यहां एक पोस्टर पर राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल, नतीजे से एक दिन पहले एनसीपी प्रमुख और डिप्टी सीएम अजित पवार को मुख्यमंत्री के रूप में दिखाने वाले पोस्टर लगाए गए। बाद में हटा भी दिए गए। पोस्टर को पुणे में पार्टी नेता संतोष नांगरे ने लगाया था।
महायुति बनाम महा विकास अघाड़ी
बता दें, राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन और कांग्रेस के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच मुकाबला है। सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) शामिल हैं, जबकि विपक्षी एमवीए में कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी एसपी (शरद पवार गुट) शामिल हैं।
एग्जिट पोल में यह अनुमान
दोनों राज्यों में बुधवार को मतदान समाप्त होने के बाद आए एग्जिट पोल में अनुमान लगाया गया कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति सत्ता बरकरार रखेगी और झारखंड में भी एनडीए को सरकार बनाने में बढ़त हासिल है। ज्यादातर एग्जिट पोल में यह भी भविष्यवाणी की गई है कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) चुनावों में मजबूत प्रदर्शन करेगी, लेकिन 288 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के आंकड़े को पार करने की संभावना नहीं है।
पी-मार्क एग्जिट पोल के अनुसार, महायुति गठबंधन को 137-157 सीटें मिलेंगी, जबकि महा विकास अघाड़ी को 126-147 सीटें और अन्य को 2-8 सीटें मिलेंगी। वहीं, चाणक्य स्ट्रैटेजीज ने महायुति को 152-150 सीटें, एमवीए को 130-138 सीटें और अन्य को 6-8 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है।
महायुति में नेताओं के बीच सीएम बनने की होड़ नहीं: शिंदे
इससे पहले, शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद महायुति के नेता एक साथ बैठेंगे और फैसला करेंगे कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा। उन्होंने कहा कि यहां नेताओं के बीच सीएम बनने की होड़ कभी नहीं रही। हम अगले पांच वर्षों में और अधिक विकास कार्य करने के लिए सरकार बनाना चाहते हैं। पिछले ढाई वर्षों में, महा विकास अघाड़ी ने केवल इस बात पर चर्चा की कि सीएम कौन होगा; रोज वे सिर्फ इस पर चर्चा करते थे। उनका संदेश जनता तक नहीं पहुंचा।