कांकेर। छत्तीसगढ़ राज्य के 31 जिला यूनियन, 902 प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों में कार्यरत प्रबंधकों के द्वारा संघ निरंतर कई वर्षों से छ.ग. राज्य लघु वनोपज संघ के नियमित सेटअप में स्वीकृत लेवल- 7, 8, 9 में नियमित कर वेतनमान दिया जावे इस संबंध में प्रबंधक संघ द्वारा बार-बार अधिकारियों तथा अपनी औचित्य पूर्ण मांगों को लेकर शासन/प्रशासन के समक्ष पत्राचार, धरना एवं हड़ताल के माध्यम से करते आ रहे है तथा किसी भी स्तर पर कोई सकारात्मक निर्णय नही लिये जाने का कारण प्रदेश के प्राथमिक वनोपज सहकारी समिति प्रबंधकों में भारी रोष दिखाई दे रहा है। इसी के चलते आज कांकेर जिले के प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समिति के प्रबंधक एवं कार्यरत कर्मचारियों ने राज्य संघ प्रदेश प्रतिनिधि एवं जिला लघु वनोपज सहकारी संघ कांकेर के अध्यक्ष, नितिन पोटाई से मिलकर अपनी विभिन्न मांगों के संबंध में चर्चा किये एवं सभी मांगों को लेकर एक पत्र सौंपा गया।
प्राथमिक वनोपज संघ के प्रबंधक शिवकुमार दर्रोे ने कहा कि लघु वनोपज समिति में प्रदेश भर में 902 प्रबंधक कार्यरत है जो कि 36-37 वर्षों से जमीनी स्तर पर कार्य कर रहें है प्रबंधकों द्वारा बार-बार अपने आदेश को लेकर अभ्यावेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई जो कि आज तक लंबित है। समस्त प्रबंधकों का एक ही मांग है कि वेतन मेट्रिक्स में नियमीतीकरण किया जावें।
श्री पोटाई ने उपस्थित सभी कर्मचारियों को अश्वासन देते हुए कहा कि वे जिले के सभी प्राथमिक लघु वनोपज के कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए आमसभा में प्रबंधकों की मागों को छ.ग. राज्य लघु वनोपज संघ की बैठक में रखेगें तथा छ.ग. राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ के प्रबंध संचालक से भी मुलाकात कर इनकी समस्याओं के निराकरण पर चर्चा भी करेंगे।
इस दौरान जिले के संघ प्रबंधक युगल किशोर, शिव कुमार दर्रो, उमाशंकर देहारी, रमेश कोड़ोपी, जयप्रकाश जैन, संतोष बघेल, जगेन्द्र यादव, फुलसिंह जुर्री, शीतलू कुंजाम, छगनलाल हिड़को आदि उपस्थित थे।