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आज का इतिहास 14 सितंबर : आज पूरा देश मना रहा है ‘हिंदी दिवस’, जानें इससे जुड़ा इतिहास…

इतिहास के पन्नो में आज का दिन (aaj ka itihas) बेहद खास है. आज यानी 14 सितंबर (14 september ka itihas) ही वो तारीख है जब साल 1949 में ‘हिंदी’ (Hindi diwas) को भारत की राजभाषा का दर्जा मिला. आइये जानते हैं कैसे बनी हिंदी हमारी राजभाषा. आजादी के बाद भारत की राजभाषा का मुद्दा सबसे अहम और विवादित था. विवादित इसलिए क्योंकि भारत में सैकड़ों भाषाएं और बोलियां बोली जाती हैं, ऐसे में राजभाषा का दर्जा किसे दिया जाए ये सवाल अहम था. काफी सोच- विचार के बाद संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी ‘हिंदी’ को राष्ट्रभाषा के रूप में स्वीकारा. 14 सितंबर 1949 को सर्वसम्मति से संविधान सभा ने इसपर मुहर लगा दी. तब प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस दिन के महत्व को देखते हुए 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाए जाने सलाह दी. पहला हिंदी दिवस साल 1953 में मनाया गया.

अंतरिक्ष विज्ञान की नजर से भी आज का दिन खास है. आज यानी 14 सितंबर साल 1959 को रुसी अंतरिक्ष मिशन ‘लूना-2’ चांद की सतह से टकराया (first moon mission) था. बता दें ये दुनिया का पहला अंतरिक्ष यान था जिसने चांद की सतह को छूने में कामयाबी हासिल की थी. आपको बता दें इस मिशन को सोवियत संघ ने पूरी तरह गुप्त रखा था. दुनिया को इसकी भनक तक नहीं थी. 14 सितंबर को लूनिक -2, 12 हजार किलोमीटर की रफ़्तार से जब चांद से टकराया तो तहस-नहस हो गया. ये वो दौर था जब अमेरिका और सोवियत संघ के बीच कोल्ड वॉर चल रहा था. दोनों एक दूसरे को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते थे. ऐसे समय में इस मिशन का फेल होना सोवियत रूस के लिए बड़ा झटका था लेकिन इससे इतर ये पहला मौक़ा था जब किसी स्पेसक्राफ्ट ने चन्द्रमा की सतह को छुआ था. ये कामयाबी इससे बड़ी थी.

आज का इतिहास भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों के लिहाज से भी अहम है. आज ही के दिन साल 2000 में तब के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई (Atal Bihari Vajpayee) ने अमेरिकी संसद में को सम्बोधित किया था. उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा था कि “भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए व्यापक-आधारित द्विदलीय समर्थन का यह प्रदर्शन उत्साहजनक है. यह राष्ट्रपति क्लिंटन और मेरे लिए प्रोत्साहन का स्रोत है, क्योंकि हम अपने संबंधों में एक नई गुणवत्ता लाने के लिए मिलकर काम करते हैं.

देश-दुनिया में 14 सितंबर का इतिहास
1770 : डेनमार्क में प्रेस की स्वतंत्रता को मान्यता मिली।

1833 : विलियम वेंटिक, पहले गवर्नर जनरल के तौर पर भारत आए।
1901 : अमेरिकी राष्ट्रपति विलियम मैकेंजी की गोली मारकर हत्या।
1917 : रूस को आधिकारिक तौर पर गणतंत्र घोषित किया गया।
1949 : संविधान सभा ने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया।
1959 : सोवियत संघ का अंतरिक्ष यान पहली बार चंद्रमा की सतह पर उतरा।
1960 : खनिज तेल उत्पादक देशों ने मिलकर ओपेक की स्थापना की।
1998 : माइक्रोसॉफ्ट, जनरल इलेक्ट्रिक को पीछे छोड़कर दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बनी।
2000 : माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज एम.ई. लांच किया।
2001 : अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को पकड़ने के अभियान के लिए अमेरिका में 40 अरब डॉलर मंजूर किए गए।
2000 : प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अमेरिकी सीनेट के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को सम्बोधित किया।
2007 : जापान ने तानेगाशिया स्थित प्रक्षेपण केन्द्र से पहला चन्द्र उपग्रह एच-2ए प्रक्षेपित किया ।
2008 : रूस के पेर्म हवाई अड्डे पर एअरोफ़्लोत का विमान दुर्घटनाग्रस्त। विमान में सवार सभी 88 लोगों की मौत।

 

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