नेशनल न्यूज़। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। उद्घाटन की तारीख भी आ चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन से पहले जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने रामनगरी के मठ, मंदिर व धर्मशालाओं को संवारने की अंतिम तारीख भी तय कर दी है। माना जा रहा है कि 22 जनवरी दिन राम मंदिर के लोकार्पण का दिन होगा। राम नगरी अयोध्या में उससे पहले 37 ऐतिहासिक एवं पौराणिक मठ–मंदिरों आश्रमों, भवनों, कुंडों आदि पर उनकी प्राचीन वास्तुकला को संजोने-संवारने का कार्य चरणबद्ध तरीके से शुरू है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फसाड ट्रीटमेंट एवं पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास व निर्माण के लिए 68.80 करोड़ रुपए कार्यदायी संस्था उप्र राज्य पर्यटन विकास निगम को मंजूर किए हैं। जिसमें जानकीघाट बड़ास्थान, चित्रगुप्त मंदिर, अक्षरी मंदिर, तुलसी चौरा मंदिर, हनुमान मंदिर, राम कचेहरी मंदिर, भरत किला मंदिर, दशरथ भवन मंदिर, नेपाली मंदिर, सियाराम किला, दिगंबर अखाड़ा, मंगल भवन, कालेराम मंदिर शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि विश्वकर्मा मंदिर, करतलिया बाबा मंदिर, मणिराम दास छावनी मंदिर, टेढ़ीयति महादेव मंदिर,मौर्य मंदिर, छोटी देवकाली मंदिर, तिवारी मंदिर, रंग महल मंदिर, विद्या देवी मंदिर, राम गुलेला मंदिर, देवीकाली कुंड मंदिर, राम पुस्तकालय मंदिर, वेद मंदिर, बरेली मंदिर, रत्न सिंहासन मंदिर व आश्रम इस सूची में शामिल हैं। भवन एवं आर्ट संरक्षण कार्य के साथ ही पेंटिंग, लाइटिंग अरेस्ट्रो, फसाड ल्यूमिनेशन, विजिटर एमिनिटीज (टायलेट, क्लाक रूम, ड्रिंकिंग वाटर एंड शू रेक), स्ट्रीट फर्नीचर (स्ट्रीट लाइट, बेंच, डस्टबिन, रेलिंग फुटपाथ), सीसीटीवी आदि का कार्य शुरू है।